देहरादून। राज्य स्तरीय खाद्य प्रदर्शनी में मूज घास से बने होटकेस, ट्रे और अन्य उत्पाद ग्राहकों को आकर्षित कर रहे हैं। महिला समूह के उत्पाद जहां देखने में आकर्षक है वही घर के कामों में प्रयोग के लिए भी बेहद सुलभ है।
रेसकोर्स स्थित गुरु नानक पब्लिक इंटर कॉलेज परिसर में आयोजित राज्य स्तरीय खादी प्रदर्शनी में लोगों की खूब भीड़ उमड़ रही है। खादी पसंद करने वाले लोग खादी के कपड़ों की खरीदारी कर रहे हैं तो वहीं हाथ से बने उत्पादों को भी काफी पसंद किया जा रहा है।
प्रदर्शनी में ऊधमसिंह नगर खटीमा के महिला मंगल दल के स्टॉल पर मुज घास की कैसरोल, ट्रे सहित कई उत्पाद ग्राहकों को पसंद आ रहे हैं। घास से बनी टोकरी कैस्ट्रॉल की तरह दिखाई देती है। इसमें रोटी रखने पर गिली नहीं होती और देर तक गर्म भी रहती हैं।
इसी तरह से मूज घास से बनी ट्रे भी दिखने में आकर्षक और प्रयोग करने में करने के लिए उपयुक्त है। हैंडमेड वस्तुओं को पसंद करने वाले लोग घास से बने इन उत्पादों की भी खरीदारी कर रहे हैं। खटीमा की महिलाओं का समूह इन उत्पादों को तैयार करता है। यह सब सामान बनाने के लिए यह मूज घास बरसात के समय ही होती है। तब महिला समूह की सदस्य इस घास को एकत्र कर लेता है और फिर पूरे साल मांग के अनुसार यह सब उत्पाद तैयार किया जाते हैं।
अल्मोड़ा की बसंती देवी ने प्रदर्शनी में ऐपण का स्टॉल लगाया हुआ है। बसंती देवी ने बताया कि उनका 20-25 महिलाओं का समूह है। वे सभी मिलकर ऐपण बनाने का काम करते हैं। उनका समूह पिछले दो साल से ऐपण बनाने का काम कर रहा है।
इस दौरान शाम के समय प्रयास मंच के द्वारा खादी को लेकर नाटक की प्रस्तुति दी गई, जिसमें खादी के प्रति लोगों को जागरूक किया और खादी अपनाने की अपील की। नाट्य मंच के कलाकारों ने लोगों को शहरी और ग्रामीण खादी योजना के बारे में जानकारी भी दी।
इस मौके पर राज्य निदेशक संजीव राय, सहायक निदेशक प्रथम बी. एस.कंडारी, सहायक निदेशक द्वितीय जी.एस. मलिक आदि मौजूद रहे। खादी प्रदर्शनी में शनिवार को सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में हारून नृत्य और कृषि पर आधारित नृत्य नाटिका का मंचन किया जाएगा।