देहरादून– मा0 मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन द्वारा संचालित प्रोजेक्ट ‘नंदा-सुनंदा’ असहाय, अनाथ और निर्धन बालिकाओं की शिक्षा के लिए वरदान साबित हो रहा है। जिलाधिकारी सविन बंसल की इस पहल से अब तक 11 बालिकाओं की शिक्षा पुनः आरंभ हो चुकी है, वहीं इस माह 20 और बालिकाओं का चयन किया जाएगा।
शनिवार को डीएम सविन बंसल और मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह ने तीन असहाय बेटियों – अस्मित कौर, त्रिशा कंडारी और खुशबू – को ₹97,955 की आर्थिक सहायता प्रदान की। अस्मित कौर को कक्षा 4 की पढ़ाई के लिए, त्रिशा कंडारी को कक्षा 7 में प्रवेश के लिए, और खुशबू को बीएससी की पढ़ाई के लिए सहायता दी गई।

डीएम ने कहा कि समाज के वंचित वर्ग की बेटियां ही हमारी असली नंदा और सुनंदा हैं। कठिन परिस्थितियों के बावजूद शिक्षा की लौ जलाए रखने वाली इन बेटियों की हरसंभव सहायता की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि जनता दर्शन, बहुउद्देशीय शिविर और क्षेत्र भ्रमण के दौरान ऐसी बेटियों को खोजकर मदद पहुंचाई जाए।
फंड की कोई कमी नहीं, हर हफ्ते सशक्त होंगी नंदा-सुनंदा बेटियां
नैनीताल में 60 बेटियों को शिक्षित कर चुके जिलाधिकारी सविन बंसल अब देहरादून में इस योजना को प्रभावी बना रहे हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस प्रोजेक्ट में धन की कमी नहीं होने दी जाएगी और जो भी बेटियां आर्थिक तंगी से जूझ रही हैं, उन्हें शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, डीपीओ (आईसीडीएस) जितेंद्र कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी पूनम चमोली, जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी और लाभार्थी बालिकाओं के परिजन उपस्थित रहे।