श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के निर्णयों का स्वागत, स्थानांतरण तर्कसंगत

देहरादून/रुद्रप्रयाग/गोपेश्वर: श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के संस्कृत विद्यालयों में वर्षों से एक ही स्थान पर कार्यरत शिक्षकों और कर्मचारियों के स्थानांतरण को प्रशासन ने तर्कसंगत बताया है। मंदिर समिति ने स्पष्ट किया कि यह कदम विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को दूर करने और शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के उद्देश्य से उठाया गया है।

मंदिर समिति के अनुसार, प्रधानाचार्यों की संतुष्टि और सक्षम अधिकारियों की अनुशंसा पर यह तबादले किए गए हैं, जो पूर्णत: नियमों के अनुरूप हैं। स्थानांतरित कर्मचारियों और शिक्षकों की ओर से अब तक किसी प्रकार की आपत्ति दर्ज नहीं की गई है। हालांकि, वर्तमान में पूर्व मध्यमा एवं उत्तर मध्यमा परीक्षाओं के चलते स्थानांतरण आदेशों को अस्थायी रूप से स्थगित रखा गया है।

कर्मचारियों को मिला एसीपी का लाभ, कर्मचारी संघ ने जताया आभार

मंदिर समिति के कर्मचारियों को समयमान वेतनमान (एसीपी) का लाभ दिए जाने पर कर्मचारी संघ ने समिति के फैसले का स्वागत किया है। वर्षों से लंबित इस मांग को पूरा किए जाने से कर्मचारियों में संतोष का माहौल है।

चारधाम यात्रा प्रबंधन में हो रहे सकारात्मक बदलावों के लिए मंदिर समिति कर्मचारी संघ ने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का विशेष आभार व्यक्त किया है। संघ ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल मंदिर समिति और कर्मचारियों के हित में प्रभावी कार्य कर रहे हैं। संघ ने यह भी स्पष्ट किया कि बाहरी तत्वों द्वारा विभागीय मामलों पर राजनीति को स्वीकार नहीं किया जाएगा

अनियमितता के आरोप निराधार, मंदिर समिति प्रशासन का बयान

मंदिर समिति प्रशासन ने किसी भी प्रकार की अनियमितता के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि स्थानांतरण पूरी तरह से विभागीय और आंतरिक प्रक्रिया का हिस्सा हैं। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि पिछली समिति के किसी निर्णय को बदला नहीं गया है, यह मात्र अफवाहें हैं

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति कर्मचारी संघ के अध्यक्ष विजेंद्र बिष्ट और अन्य पदाधिकारियों ने समिति के निर्णयों को उचित बताते हुए राजनीतिक हस्तक्षेप से बचने की अपील की है। उन्होंने कहा कि विभागीय स्थानांतरण सामान्य प्रक्रिया है और इसे अनावश्यक रूप से विवादित नहीं बनाया जाना चाहिए

Jago Pahad Desk

"जागो पहाड" उत्तराखंड वासियों को समाचार के माध्यम से जागरूक करने के लिए चलाई गई एक पहल है।

http://www.jagopahad.com

You cannot copy content of this page