नई दिल्ली. क्रिकेट प्रेमियों के इंतजार का पल समाप्त होने के बेहद करीब है. वर्ल्ड कप 2023 (World Cup 2023) के आगाज में गिनती के महज चंद दिन शेष रह गए हैं. लोगों को उम्मीद है कि रोहित एंड कंपनी साल 2011 की तरह घरेलू मैदान पर करिश्माई प्रदर्शन करते हुए खिताब को अपने नाम कर सकती है. इस बार संयोग भी कुछ ऐसे ही बन रहे हैं. वर्ल्ड कप के पिछले तीन सीजन को उठाकर देखें तो मेजबान टीम को कामयाबी हाथ लगी है. इस बार प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का आयोजन भारत में हो रहा है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि एक बार फिर टीम इंडिया वर्ल्ड कप की चैंपियन बन सकती है.
साल 2019 में इंग्लैंड बनी थी चैंपियन: वर्ल्ड कप का पिछला सीजन साल 2019 में इंग्लैंड में खेला गया था. यहां मेजबान टीम का प्रदर्शन सराहनीय रहा. फाइनल मुकाबले में इंग्लिश टीम की भिड़ंत न्यूजीलैंड के साथ लॉर्ड्स में हुई. यहां टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए न्यूजीलैंड की टीम 241 रन बनाने में कामयाब हुई थी. वहीं लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लिश टीम भी 241 रन पर ढेर हो गई. जिसके बाद मैच का परिणाम सुपर ओवर के जरिए निकाला गया. यहां मेजबान टीम इंग्लैंड बाजी मारने में कामयाब रही.
साल 2015 में ऑस्ट्रेलिया का रहा कब्जा:
वर्ल्ड कप 2015 का आयोजन ऑस्ट्रेलिया में हुआ था. यहां कंगारू टीम फाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड को मात देते हुए प्रतिष्ठित खिताब को अपने नाम करने में कामयाब हो पाई थी. फाइनल मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए कीवी टीम ने 183 रन बनाए थे. वहीं लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने इसे 33.1 ओवरों में तीन विकेट के नुकसान पर आसानी से प्राप्त कर लिया.
धोनी ने दूसरी बार भारत को बनाया चैंपियन:
वर्ल्ड कप 2011 का आयोजन एशिया महाद्वीप पर हुआ था. टूर्नामेंट के ज्यादातर मुकाबले भारत में खेले गए थे. फाइनल मुकाबले में भारत की भिड़ंत श्रीलंका के साथ वानखेड़े स्टेडियम में हुई. यहां श्रीलंकाई टीम टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 276 रन बनाने में कामयाब हुई थी. वहीं लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने इसे 10 गेंद शेष रहते छह विकेट से अपने नाम कर लिया.
पुरे टूर्नामेंट के दौरान भारतीय टीम का प्रदर्शन बेहद सराहनीय रहा था. ब्लू टीम ने इतिहास रचते हुए धोनी की अगुवाई में दूसरी बार वर्ल्ड कप पर अपना कब्जा जमाया था. धोनी से पहले टीम इंडिया ने कपिल देव की अगुवाई में साल 1983 में वर्ल्ड कप की खिताब को अपने नाम किया था.