उत्तराखंड में युवा राजनीति को सशक्त बनाने के उद्देश्य से आयोजित उत्तराखंड युवा विधानसभा के दूसरे दिन भू-क़ानून पारित किया गया। यह आयोजन सहकारिता विभाग के यू.सी.एफ. प्रेक्षागृह में युवा आह्वान के तत्वावधान में हुआ, जिसमें प्रदेशभर के युवा प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
मुख्य अतिथि के रूप में देहरादून नगर निगम के मेयर सौरभ थपलियाल ने कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने छात्र राजनीति के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “यह मंच युवाओं को राजनीति और विधानसभा की कार्यवाही समझने का अवसर देता है।”
युवा विधायकों की राय
भू-क़ानून के मसौदे पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के युवा विधायकों ने अपने विचार रखे:
- अभिषेक घनसाला: “उत्तराखंड के संसाधनों पर पहला हक उत्तराखंडियों का होना चाहिए।”
- सोनाली पंवार: “हमें अपनी भूमि को भू-माफियाओं से बचाना होगा।”
- महक भंडारी: “कई लोगों ने जमीन खरीदी लेकिन उसका दुरुपयोग हुआ, जो चिंता का विषय है।”
- पवन कुमार: “राज्य की डेमोग्राफी बचाने के लिए यह भू-क़ानून आवश्यक है।”
- नेता प्रतिपक्ष अंकुर सैनी: “हरिद्वार और उधमसिंह नगर को भी इस क़ानून में शामिल किया जाना चाहिए।”
युवा मुख्यमंत्री आकाश बिष्ट ने सभी बिंदुओं पर चर्चा करते हुए कहा कि यह विधेयक उत्तराखंड की संस्कृति और पहचान को सुरक्षित रखने के लिए लाया गया है।
विशिष्ट अतिथियों का संदेश
विशिष्ट अतिथि महानगर कांग्रेस कमेटी के महासचिव एडवोकेट सचिन थापा ने कहा, “आज के दौर में लोग एक-दूसरे की बात सुनने के बजाय विरोध करने में अधिक रुचि लेते हैं। संवाद और विचार-विमर्श ही लोकतंत्र का सही रास्ता है।”
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य लोग
इस अवसर पर मथुरा प्रसाद थपलियाल, नीरज पंत, राजगीता शर्मा, ब्रिगेडियर के.जी. बहल, कैप्टन जे.वी. कार्की, युवा आह्वान निदेशक रोहित ध्यानी, अध्यक्ष प्रकाश गौड़, उपाध्यक्ष ईश्वर बिष्ट, संदीप काला, सचिव लक्ष्मण नेगी, कोषाध्यक्ष प्रशांत बडोनी, संकित राणा, कुलदीप सेमवाल, अक्षय शर्मा, हरीश रावत, उत्कर्ष नेगी, अनुज रावत समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
युवा विधानसभा की इस बैठक में पारित भू-क़ानून को लेकर भविष्य में और गहन चर्चा की संभावना बनी हुई है।