स्मार्ट सिटी की तीसरी आंख से बढ़ी निगरानी, 310 निष्क्रिय कैमरे हुए सक्रिय
देहरादून – जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री के जनसुरक्षा संकल्प को साकार करने की दिशा में बड़ी पहल करते हुए स्मार्ट सिटी के तहत शहर में निष्क्रिय पड़े कैमरों को सक्रिय कर दिया है। डीएम/सीईओ स्मार्ट सिटी लिमिटेड सविन बंसल ने चार्ज संभालते ही निगरानी व्यवस्था को सख्त किया और दो माह में 310 कैमरों को पुनः क्रियाशील किया।
कैमरों की निगरानी से अपराधों का खुलासा
सुरक्षा की दृष्टि से राजपुर रोड समेत अन्य प्रमुख स्थानों पर 60 कैमरों को पिछले माह ही सक्रिय किया गया, जिनमें मसूरी डाइवर्जन और साईं मंदिर के कैमरे शामिल हैं। इसका नतीजा यह रहा कि हाल ही में हिट एंड रन की घटना में पुलिस को अपराधी तक पहुंचने में मदद मिली।
कठोर कार्रवाई और दंडात्मक चेतावनी
डीएम ने स्मार्ट सिटी की 950 में से 375 निष्क्रिय कैमरों की समीक्षा की और कंपनियों पर सख्ती दिखाई।
- एचपी कंपनी पर लगातार पेनल्टी लगाई गई और ब्लैकलिस्ट करने की चेतावनी दी गई।
- बीएसएनएल को भी सुधारात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए गए, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
- 15 अप्रैल तक शेष कैमरों को सक्रिय करने का लक्ष्य तय किया गया है।
पुलिस कैमरों का स्मार्ट कंट्रोल रूम से एकीकरण
डीएम ने पुलिस के 150 कैमरों को पहली बार स्मार्ट कंट्रोल रूम के साथ इंटीग्रेट करवाया, जिससे अपराधों पर लगाम कसने में मदद मिल रही है। इसके अलावा पलटन बाजार में 22 नए कैमरे लगाए गए हैं, जो वहां होने वाली अराजक गतिविधियों को नियंत्रित करने में प्रभावी साबित हो रहे हैं।
सुरक्षा की दिशा में बड़ा कदम
जनसुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कैमरों की डीवीआर और लॉग की गहन समीक्षा की गई, जिससे कई तकनीकी खामियों को दूर किया गया। ढाई माह के भीतर 310 कैमरों को पुनः सक्रिय किया जा चुका है, जबकि बाकी कैमरों के लिए निर्धारित समय सीमा तक कार्य पूरा न होने पर संबंधित एजेंसियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
डीएम बंसल ने स्पष्ट किया कि सर्विलांस और लॉ एंड ऑर्डर मजिस्ट्रेट की प्राथमिक जिम्मेदारी है और इसी दिशा में जिला प्रशासन लगातार निगरानी प्रणाली को मजबूत कर रहा है।