डोनाल्ड ट्रंप पर फायरिंग के बाद उनकी पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. ट्रंप ने सुरक्षा एजेंसी के लोगों को तुरंत एक्शन लेने के लिए धन्यवाद कहा है. साथ ही उन्होंने अमेरिका जैसे देश में इस तरीक़े के हमले होने पर हैरानी भी जताई है.
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने समर्थकों को भेजे एक संक्षिप्त ईमेल मैसेज में वादा किया कि चाहे कुछ भी हो जाए, वे अपना प्रेसिडेंट कैंपेन जारी रखेंगे. डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘मैं कभी भी सरेंडर नहीं करूंगा!’
‘जब गोली मेरे कान में लगी…’
डोनाल्ड ट्रंप ने हमले के बाद सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘ट्रूथ सोशल’ पर लिखा,
“मैं अमेरिका की सीक्रेट सर्विस और सभी लॉ एनफोर्समेंट अधिकारियों को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने पेंसिल्वेनिया के बटलर में हुई गोलीबारी पर तेजी से एक्शन लिया. मैं रैली में मारे गए व्यक्ति के परिवार और गंभीर रूप से घायल हुए एक अन्य व्यक्ति के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं. हमारे देश में ऐसी घटना होना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. अब तक शूटर के बारे में कुछ भी पता नहीं चला है, हालांकि उसे मारा जा चुका है.”
ट्रंप ने ख़ुद को लगी गोली के बारे में भी जानकारी दी. लिखा,
“मेरे दाहिने कान के ऊपरी हिस्से में एक गोली लगी थी. मुझे कान के पास सनसनी महसूस हुई, जिससे मुझे तुरंत एहसास हुआ कि कुछ गलत है. मैंने महसूस किया कि गोली मेरी खाल के पार निकल गई है. बहुत ज्यादा खून बह रहा था, तो मुझे तब एहसास हुआ कि क्या हो रहा है. भगवान अमेरिका का ख्याल रखें.”
अब तक क्या पता चला?
FBI ने ट्रंप पर गोली चलाने वाले की पहचान पेंसिल्वेनिया के 20 साल के लड़के के रूप में की है. हालांकि, FBI ने अभी तक शूटर का नाम नहीं बताया है. रॉयटर्स की ख़बर के मुताबिक़, FBI के एक अफ़सर ने बताया,
“घटना के पीछे किसी मकसद का पता नहीं चला है. गोली चलाने वाले व्यक्ति की पहचान करने की पूरी कोशिश की जा रही है. देशभर से जांच एजेंट और सबूत इकट्ठा करने वाली कई एजेंसियों को काम पर लगाया गया है.”
FBI ने जनता से भी अपील की है कि वो ऐसी कोई भी जानकारी दें, जो मददगार हो सकती है.
बता दें कि अमेरिका के पेंसिल्वेनिया की बटलर काउंटी में ट्रंप की एक चुनावी रैली चल रही थी, तभी ये गोलीबारी हुई. घटना से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं. दिख रहा है कि भाषण देते वक्त ट्रंप पर अचानक गोलियां चलने लगीं. हमले के कुछ देर बाद उनका चेहरा और हाथ खून से सने हुए दिखे.
अगर डोनाल्ड ट्रंप चुनाव जीते तो भारत पर क्या असर होगा?
भारतीय समयानुसार घटना 14 जुलाई की सुबह 4 बजे हुई. अमेरिका में तब 13 जुलाई को शाम के साढ़े छह बजे थे. अमेरिकी राषट्रपति जो बाइडन, पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दुनियाभर के नेताओं ने हमले की निंदा की है. पीएम मोदी ने कहा कि राजनीति और लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं है.