चंपावत जिले के बनबसा थाने में भाजपा विधायक प्रमोद नैनवाल के भाई सतीश नैनवाल और उनके साथी के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बताया जा रहा है कि विधायक के भाई को थाने से छोड़ दिया गया, जबकि उन्हें एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) ने चेकिंग के दौरान पकड़कर पुलिस के हवाले किया था।
जानकारी के अनुसार, उनके पास आर्म्स लाइसेंस था, लेकिन वे उसे दिखा नहीं पाए, और गलती से उनके सामान में कारतूस चले गए थे। एसपी चंपावत ने बताया कि यह लाइसेंस की शर्तों का उल्लंघन है, क्योंकि ये कारतूस सीमा से बाहर ले जाए गए थे।
शुक्रवार को एसएसबी ने चेकिंग के दौरान भारत-नेपाल सीमा पर दो लोगों से 7.65 एमएम के 40 कारतूस बरामद किए थे। एसएसबी के 57वीं वाहिनी के कमांडेंट मनोहर लाल के निर्देश पर बनबसा सीमा पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।
शुक्रवार शाम को एसएसबी के जवानों ने भारत से नेपाल जा रहे दो लोगों के सामान की जांच की। इस दौरान अल्मोड़ा के निवासी दिनेश चंद्र और नैनीताल के निवासी सतीश नैनवाल से 40 कारतूस बरामद हुए थे। एसएसबी ने दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया था।
विधायक प्रमोद नैनवाल के भाई सतीश नैनवाल और उनके साथी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की पुष्टि पुलिस प्रवक्ता नीलेश आनंद भरने ने की है। आईजी ने बताया कि आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।