कांग्रेस पार्टी ने मंगलौर सीट पर अनुभवी और बद्रीनाथ सीट पर नए चेहरे को चुना है। दोनों प्रत्याशी लंबे समय से कांग्रेस से जुड़े हैं।
बद्रीनाथ और मंगलौर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने पुराने चेहरों पर विश्वास जताया है। दिलचस्प बात यह है कि भाजपा ने हाल ही में पार्टी में शामिल हुए चेहरों को टिकट दिया है, जिनकी सांगठनिक पृष्ठभूमि भाजपा से नहीं है।
मंगलौर सीट पर काजी मोहम्मद निजामुद्दीन को टिकट मिला है, जिन्होंने 2002 और 2007 में बसपा के टिकट पर जीत हासिल की थी। 2017 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर जीत दर्ज की, लेकिन 2022 में बसपा के सरवत करीम अंसारी से हार गए। काजी को बसपा के वोट बैंक को खींचने की चुनौती होगी।
बद्रीनाथ सीट पर कांग्रेस ने लखपत बुटोला को मैदान में उतारा है, जो 1997 से पार्टी से जुड़े हैं और वर्तमान में पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हैं। 2022 में इस सीट से कांग्रेस के राजेंद्र भंडारी ने जीत हासिल की थी।
काजी 19 जून और बुटोला 21 जून को नामांकन करेंगे। पार्टी ने दोनों सीटों पर भारी बहुमत से जीत की उम्मीद जताई है। कांग्रेस कार्यकर्ता प्रत्याशियों की जीत के लिए एकजुट हैं। – करन माहरा, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष