
जिस सरकारी जमीन को हड़पने की साजिश में दंगा भड़का, अब उस मामले में दंगे के मास्टर माइंड अब्दुल मलिक की बीवी की गर्दन भी फंस गई। कूटरचना कर सरकारी जमीन हड़पने, मर चुके व्यक्ति के नाम से शपथ पत्र देने, मर हुए व्यक्ति के नाम से न्यायालय रिट डालने के मामले में नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट ने हल्द्वानी कोतवाली में तहरीर सौंपी है।
तहरीर के आधार पर पुलिस ने अब्दुल मलिक, उसकी पत्नी साफिया मलिक सहित छह लोगों के खिलाफ घोखाधड़ी, आईपीसी 417 और 120 बी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट ने कोतवाली पुलिस को दी शिकायत में कहा, साफिया मलिक पत्नी अब्दुल मलिक, अब्दुल मलिक पुत्र स्व. अब्दुल रज्जाक निवासी अब्दुला बिल्डिंग लाइन नंबर आठ, अख्तरी बेगम पत्नी नन्हें खां, नबी रजा खां पुत्र अशरफ खां निवासी हल्द्वानी, गौस रजा खां पुत्र स्व. अशरफ खां निवासी लाईन नंबर 17 आजाद नगर हल्द्वानी और अब्दुल लतीफ निवासी बरेली उत्तर प्रदेश ने कूटरचित प्रार्थना पत्र दिए।
साथ ही इन्होंने मरे हुए व्यक्ति का शपथ पत्र देकर भी राजकीय जमीन, जिसे मलिक का बगीचा कहते हैं को हड़पने, खुर्द-बुर्द करने, बेचने का आपराधिक षडयंत्र किया। सरकारी विभागों और कोर्ट में मरे हुए व्यक्ति के नाम से झूठे शपथ पत्र दिए। मरे हुए व्यक्ति के नाम से भी कोर्ट में रिट डाली। पुलिस ने तहरीर के आधार पर साफिया मलिक, अब्दुल मलिक, अख्तरी बेगम, नबी रजा खां, गौस रजा खां और अब्दुल लतीफ के खिलाफ घोखाधड़ी, आईपीसी 417 और 120 बी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।