भारत सरकार ने दवा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए PLI (Production Linked Incentive) योजना के तहत प्रमुख कच्चे दवा सामग्री (API) का घरेलू उत्पादन शुरू किया है। अब तक भारत दवा निर्माण के लिए चीन से भारी मात्रा में API आयात करता था, जिससे दवा उद्योग की आपूर्ति श्रृंखला असुरक्षित बनी रहती थी। इस नई पहल के तहत हिमाचल, गुजरात और तेलंगाना में कई अत्याधुनिक संयंत्र स्थापित किए गए हैं, जहाँ पेनिसिलिन, पैरासिटामोल, एंटीबायोटिक्स जैसी दवाओं की मूल सामग्री अब भारत में ही तैयार होगी। इससे दवाओं की लागत कम होने के साथ-साथ वैश्विक सप्लाई में भारत की भूमिका भी बढ़ेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि यह फैसला फार्मा सेक्टर में भारत को वैश्विक नेता बना सकता है। आत्मनिर्भर भारत अभियान का यह महत्वपूर्ण कदम है जो देश की आर्थिक और स्वास्थ्य सुरक्षा को मजबूत करेगा।