राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) सुप्रीमो शरद पवार को शुक्रवार (8 मार्च) को बड़ा झटका लगा है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शरद पवार के पोते रोहित पवार की स्वामित्व वाली चीनी मिल की 50 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति ने कुर्क की है.
केंद्रीय एजेंसी की ओर से बयान जारी कर इस बारे में जानकारी दी गई है. ईडी ने यह कार्रवाई कथित महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक (MNSB) घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की है. ईडी ने बताया कि औरंगाबाद जिले के कन्नड़ गांव में स्थित कन्नड़ सहकारी सखार कारखाना लिमिटेड (कन्नड़ एसएसके) की कुल 161.30 एकड़ भूमि, संयंत्र, मशीनरी और भवन को धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत अस्थायी रूप से संलग्न किया गया है.
रोहित पवार से पहले ही हुई है पूछताछ
बता दें कि कन्नड़ एसएसके का स्वामित्व बारामती एग्रो लिमिटेड के पास है और यह रोहित पवार की कंपनी है. कर्जत-जामखेड विधानसभा सीट से 38 वर्षीय विधायक रोहित पवार से ईडी ने जनवरी में बारामती एग्रो, कन्नड़ एसएसके और कुछ अन्य परिसरों की तलाशी के बाद पूछताछ की थी. केंद्रीय एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि उनसे करीब 11 घंटे तक हुई थी पूछताछ हुई थी. ईडी के समन पर रोहित पवार गए थे और उनसे लगातार पूछताछ हुई थी. उसके बाद एक फरवरी को भी उनसे करीब आठ घंटे तक पूछताछ की गई थी. अब केंद्रीय एजेंसी ने उनकी संपत्ति कुर्क की है.
ये है मामला
इस मामले में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने अगस्त 2019 में प्राथमिकी दर्ज की थी. केंद्रीय एजेंसी की ओर से मामला तब दायर किया गया था, जब बॉम्बे हाई कोर्ट ने महाराष्ट्र सहकारी क्षेत्र में चीनी मिलों को कथित फर्जी तरीकों से बेचने के आरोपों की जांच करने का आदेश जारी किया था. इस दौरान यह भी कहा गया था कि जमीन को बहुत कम कीमत में बेच दी गई थी.