देहरादून। थाना नेहरू कॉलोनी में उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम इकाई-1 के अपर परियोजना प्रबंधक सुनील कुमार मलिक द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर करोड़ों रुपये की वित्तीय अनियमितताओं और गबन के मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है। यह अनियमितताएं वर्ष 2018-19 से पूर्व के प्रकरणों से संबंधित हैं, जिनकी विस्तृत विभागीय जांच के उपरांत खुलासा हुआ।
मुख्य मामले इस प्रकार हैं:
- कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग उत्तराखंड
- 15 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के लिए आवंटित ₹1517.50 लाख में से ₹600.16 लाख का गबन।
- अभियुक्तगण: शिव आसरे शर्मी, प्रदीप कुमार शर्मा, वीरेंद्र कुमार रवि।
- मामला दर्ज: मु.अ.सं. 72/25, धारा 420/409 भादवि।
- डिजास्टर रिलीफ सेंटर्स निर्माण
- बिना भूमि प्राप्त किए ₹428.00 लाख की वित्तीय अनियमितता।
- अभियुक्तगण: प्रदीप कुमार शर्मा, वीरेंद्र कुमार रवि।
- मामला दर्ज: मु.अ.सं. 73/25, धारा 420/409 भादवि।
- पर्यटन विभाग निर्माण कार्य
- बिना सेंटेज के निर्माण कर ₹159.85 लाख का गबन।
- अभियुक्तगण: शिव आसरे शर्मी, प्रदीप कुमार शर्मा, राम प्रकाश गुप्ता।
- मामला दर्ज: मु.अ.सं. 74/25, धारा 420/409 भादवि।
- ₹10971.65 लाख की वित्तीय अनियमितता
- अनुचित लाभ पहुंचाने की नीयत से सरकारी धन का गबन।
- अभियुक्तगण: शिव आसरे शर्मी, प्रदीप कुमार शर्मा, राम प्रकाश गुप्ता, वीरेंद्र कुमार रवि।
- मामला दर्ज: मु.अ.सं. 75/25, धारा 420/409 भादवि।
- दून मेडिकल कॉलेज निर्माण में गबन
- ओपीडी ब्लॉक निर्माण में ₹993.00 लाख की अनियमितता।
- अभियुक्त: सतीश कुमार उपाध्याय।
- मामला दर्ज: मु.अ.सं. 76/25, धारा 420/409 भादवि।
- Backup Energy Project में गबन
- स्ट्रीट लाइट इंफ्रास्ट्रक्चर कार्य में ₹562.785 लाख की अनियमितता।
- अभियुक्त: प्रदीप कुमार शर्मा।
- मामला दर्ज: मु.अ.सं. 77/25, धारा 420/409 भादवि।
विस्तृत जांच जारी
सभी मामलों की विस्तृत जांच के बाद यह सामने आया कि कुल मिलाकर लगभग ₹130 करोड़ की वित्तीय अनियमितताएं और गबन किए गए हैं। पुलिस ने सभी आरोपियों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।