भारत सरकार ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने के अपने निर्णय की आधिकारिक जानकारी पाकिस्तान को दे दी है। जल शक्ति मंत्रालय ने इस संबंध में पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय को एक औपचारिक पत्र भेजा है, जिसमें भारत द्वारा उठाए गए कदमों का उल्लेख करते हुए बताया गया है कि मौजूदा हालात में संधि को जारी रखना संभव नहीं है।
जल शक्ति मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, यह पत्र भारत के विदेश मंत्रालय और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार कार्यालय के समन्वय से तैयार किया गया। इसमें यह स्पष्ट किया गया है कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने यह निर्णय सुरक्षा कारणों से लिया है।
भारत ने पत्र में यह भी लिखा है कि सिंधु जल संधि का पालन एकतरफा नहीं किया जा सकता, खासकर तब जब पाकिस्तान सीमा पार से आतंकवाद को शह दे रहा हो। पत्र में पाकिस्तान से यह भी कहा गया है कि वह संधि की मूल भावना का उल्लंघन कर रहा है, जिससे द्विपक्षीय भरोसे को गंभीर आघात पहुंचा है।
इससे पहले भारत ने 22 अप्रैल के आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को चेतावनी दी थी कि वह सभी द्विपक्षीय समझौतों की समीक्षा करेगा। सिंधु जल संधि को निलंबित करने का निर्णय इसी कड़ी का हिस्सा माना जा रहा है।
संधि के निलंबन से पाकिस्तान की जल आपूर्ति और कृषि व्यवस्था पर गंभीर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। वहीं, भारत ने साफ किया है कि वह अपने जल संसाधनों का उपयोग अब पूरी तरह से अपने हित में करेगा।