नैनीताल: फरार मुकेश बोरा के मददगार पुलिस के निशाने पर, चार पर मुकदमा

दुष्कर्म और पॉस्को एक्ट के फरार आरोपी नैनीताल दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस और एसओजी की आधा दर्जन से अधिक टीमें लगातार दबिश दे रही हैं वहीं बोरा के कई मददगार भी पुलिस के रडार पर हैं। जिनमें से पुलिस ने फिलहाल चार पर केस दर्ज कर दिया है।

मुकेश बोरा पर विधवा महिला से दुष्कर्म और उसकी नाबालिक बेटी से छेड़छाड़ के आरोप है। हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद मुकेश बोरा फरार चल रहा है। बोरा के घरों की कुर्की करने के साथ ही नैनीताल पुलिस और एसओजी की कई टीमें मुकेश बोरा की तलाश में दिन रात जुटी हुई हैं।

वहीं मुकेश बोरा की मदद करने के आरोप में पुलिस ने ऊधमसिंह नगर में तैनात परिवहन कर अधिकारी (टीटीओ), धारी की ब्लॉक प्रमुख, भीमताल के निवर्तमान चैयरमेन समेत चार लोगों को नामजद किया है। उन पर अपराधी को संरक्षण देने का आरोप है। पुलिस कई बार टीटीओ को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है। फिलहाल वह पुलिस की निगरानी में है।

हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद से मुकेश बोरा फरार है। एसएसपी के निर्देश पर एसओजी समेत पुलिस की कई टीमें बरेली, दिल्ली समेत अन्य संभावित क्षेत्रों में आरोपित की तलाश कर रही हैं, लेकिन पुलिस के हाथ अभी भी खाली हैं। इधर पुलिस ने अल्मोड़ा से निकलने में उसे सहयोग करने वालों की गहन छानबीन की। 19 जुलाई की रात मुकेश बोरा के उत्तराखंड की सीमा से बाहर भागने की बात सामने आई। यह भी पता चला कि परिवहन कर अधिकारी मल्ली दीनी पहाड़पानी (नैनीताल) निवासी नंदन राम आर्या ने टैक्सी बुक कराई थी। इतना ही नहीं व्हाट्सएप के माध्यम से बोरा तक पुलिस की जानकारी पहुंचाई।

पुलिस के मुताबिक टीटीओ की पत्नी धारी की ब्लाक प्रमुख आशा रानी, भीमताल के निवर्तमान चेयरमैन देवेंद्र सिंह चनौतियां और अल्वाना चाफी नैनीताल निवासी सुरेंद्र सिंह परिहार ने भी सहयोग दिया। ऐसे में पुलिस ने चारों के खिलाफ धारा 212 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने चारों आरोपितों को 35 (3) के नोटिस तामील कर विवेचना में सहयोग करने के निर्देश दिए है। कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक हरेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि बोरा को फरार होने में सहयोग करने वाले चार लोगों पर कार्रवाई कर नोटिस जारी किया गया है।

इधर सीओ हल्द्वानी नितिन लोहनी ने बताया है कि परिवहन कर अधिकारी नंदन प्रसाद ने मुकेश बोरा को भागने में मदद की। उसने‌ पुलिस की सूचना भी बोरा को दी। इस कारण आरोपी का नाम पूर्व में दर्ज मुकदमे में शामिल कर दिया गया है। उसके खिलाफ हार्बरिंग ऑफेंस (फरार आरोपी की मदद करना) के आरोप में कार्रवाई की गई है। मामले में तीन अन्य को भी नामजद किया गया है।

मुकेश बोरा कर सकता है सरेंडर ! मुकेश बोरा के सरेंडर करने की चर्चाएं भी चल रही है बताया जा रहा है बोरा एक-दो दिन में सरेंडर कर सकता है। इधर, मुकेश के सरेंडर की चर्चा के बीच पुलिस सोमवार को भी सक्रिय दिखी। जजी कोर्ट के आस-पास पुलिस ने कड़ा इंतजाम किया था। यहां तैनात पुलिस बल के ज्यादातर कर्मचारी सादी वर्दी में थे। इधर, पुलिस भी दावा कर रही है कि सात टीमें मुकेश की तलाश में हैं और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

Jago Pahad Desk

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