श्री बदरीनाथ धाम के कपाटोद्घाटन की तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है। आज 3 मई को श्री बदरीनाथ मंदिर को भव्य रूप से फूलों से सजाने का कार्य आरंभ हुआ। साथ ही, दोपहर के समय आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी, श्री उद्धव जी, श्री कुबेर जी एवं श्री गरुड़ जी की पवित्र डोलियां रावल (मुख्य पुजारी) सहित परंपरागत रीति-रिवाजों के साथ श्री बदरीनाथ धाम पहुंचीं।
धार्मिक उत्साह के बीच पूरा क्षेत्र भक्तिमय वातावरण में डूबा रहा। लोक परंपराओं, वेद-मंत्रोच्चार और ढोल-नगाड़ों के साथ गद्दी व डोलियों का स्वागत किया गया। मंदिर परिसर में पहुंचते ही वातावरण ‘जय बदरी विशाल’ के जयघोष से गूंज उठा।
कल 4 मई को प्रात: 6 बजे श्री बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु विधिवत रूप से खोले जाएंगे। इसके साथ ही बदरीनाथ यात्रा आधिकारिक रूप से आरंभ हो जाएगी। उत्तराखंड चारधाम यात्रा का यह महत्वपूर्ण पड़ाव हर वर्ष करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र रहता है।
स्थानीय प्रशासन, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति तथा तीर्थ पुरोहितों द्वारा सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं ताकि श्रद्धालुओं को दर्शन में किसी प्रकार की असुविधा न हो।