अल्मोड़ा जिले के धौलछीना थाना क्षेत्र में एक 16 वर्षीय दिव्यांग नाबालिग के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पीड़िता की माँ ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी बोलने, सुनने और चलने में असमर्थ है।
18 जुलाई को, पीड़िता की माँ अपनी जेठानी के साथ एक नामकरण कार्यक्रम में गई थीं। इस कार्यक्रम में आसपास के सारे पड़ोसी भी गए हुए थे। बेटी की दिव्यांगता के कारण, माँ ने उसे घर में ताला लगाकर छोड़ दिया था। शाम करीब 4 बजे जब वह वापस लौटीं, तो उन्होंने देखा कि दरवाजा टूटा हुआ था। अंदर जाकर देखा तो पाया कि क्षेत्र का एक युवक उनकी बेटी के साथ छेड़छाड़ कर रहा था।
माँ ने तुरंत पुलिस को सूचित किया और आरोपी युवक के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है।
यह घटना समाज में बढ़ते अपराध और महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है। ऐसे मामलों में दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। पुलिस प्रशासन और समाज दोनों को मिलकर इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि हमें विशेष रूप से दिव्यांग लोगों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। समाज के सभी वर्गों को मिलकर ऐसी घटनाओं के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए और दिव्यांग लोगों को सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन जीने का अधिकार सुनिश्चित करना चाहिए।