Women’s Reservation Bill: केंद्र सरकार की तरफ से मंगलवार को लोकसभा में पेश किया गया महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन अधिनियम) बुधवार को निचले सदन में दो-तिहाई बहुमत से पास हो गया. विधेयक के पक्ष में 454, जबकि विरोध में 2 वोट पड़े. इससे पहले, केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने विधेयक पर चर्चा की शुरुआत में कहा कि ये बिल महत्वपूर्ण है. महिलाओं के उत्थान के लिए ये बिल लाया गया है. बिल के पास होने से सीटों के साथ भागीदारी बढ़ेगी. महिलाओं को समानता मिलेगी. वहीं सोनिया गांधी ने चर्चा में अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस इस बिल के साथ है. ये मेरी जिंदगी का मार्मिक क्षण है. राजीव गांधी ये बिल लेकर आए थे. यह उनका अधूरा सपना है.
बता दें कि इस सदन में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया था. आज सरकार द्वारा बुलाए गए विशेष सत्र का तीसरा दिन है. इस दौरान पक्ष-विपक्ष दोनों की तरफ से चर्चा की जा रही है. हालांकि इस बिल के क्रेडिट को लेकर सरकार और विपक्ष में बयानबाजी जारी है.
बीते मंगलवार को संसद भवन पहुंचीं सोनिया गांधी ने बिल पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि ये अपना बिल है, कांग्रेस का बिल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन के लोकसभा सदन में अपने पहले संबोधन के दौरान सभी सांसदों से अपील की थी कि इस बिल को सर्वसम्मति से पास कराया जाए. संसद का विशेष सत्र शुरू होने से पहले केंद्र की तरफ से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने महिला आरक्षण बिल लाने को कहा था. जिसपर प्रतिक्रिया देते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा था कि सही समय आने पर सही फैसला लिया जाएगा.