भीषण गर्मी के बीच Heat Stroke का बढ़ा खतरा… इन संकेतों को भूलकर भी न करें नजरअंदाज…

Heat Stroke

Heat Strokeमौसम की तल्खी कम होने के बजाय और बढ़ रही है। लगातार चल रही लू और सूरज की तपिश से लोग बेहाल हैं। इससे Heat Stroke के भी मामले बढ़े हैं। अर्द्धबेहोशी, लो ब्लड प्रेशर, उल्टी-दस्त के मामले लगातार आ रहे हैं। देश के ज्यादातर हिस्सों में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। नई दिल्ली में पारा 52.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा गया। यही हाल कमोबेश उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में है। इस भीषण गर्मी में शरीर को कई गंभीर समस्याओं से जूझना पड़ता है। इस बीच Heat Stroke का खतरा बढ़ गया है। बॉडी डिहाइट्रेट रहने से लू लगने की संभावना बढ़ जाती है। इसके चलते सिरदर्द, थकान और कमजोरी महसूस होने लगती है। लू के लक्षणों की समय पर पहचान न कर पाने से शरीर को बुखार, उल्टी और दस्त का सामना करना पड़ता है।

ऐसे में जानिए Heat Stroke के लक्षणों के बारे में…..

बार-बार प्यास लगना- गर्मी का स्तर बढ़ने की वजह से शरीर से बार-बार पसीना निकलता है। इससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है। साथ ही शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो जाती है। ऐसे में पर्याप्त मात्रा में पानी या अन्य तरल पदार्थों का सेवन नहीं करने से Heat Stroke का जोखिम बढ़ जाता है। इससे बार-बार लगने वाली प्यास का सामना करना पड़ता है।

सिर में तेज दर्द- गर्मी के मौसम में चिलचिलाती धूप और गरम हवाओं के बीच देर तक रहने से डिहाइड्रेशन को जोखिम बढ़ जाता है। शरीर में पानी की कमी होने से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। इससे ब्रेन में फ्लूइड की कमी से ऊतक संकुचित होने लगते हैं, जिससे तेज सिरदर्द की समस्या हो सकती है। ऐसे में सन एक्सपोजर सिरदर्द की समस्या को बढ़ा देता है। गर्मी में बाहर निकलने से पहले सिर को कवर करना न भूलें।

Heat Stroke

मांसपेशियों में ऐंठन महसूस होना- थकान और प्यास के अलावा गर्मी में अक्सर हीट कैंप्स का भी सामना करना पड़ता है। बार-बार होने वाली स्वैटिंग से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स इंबैलेंस बढ़ने लगता है। इससे मसल्स में स्टिफनेस बढ़ जाती है, जो हीट कैंप्स को बढ़ा देता है। ऐसे में शरीर को हाइड्रेट रखें।

ब्लड प्रेशर में वृद्धि- जिन लोगों को अक्सर हाइ ब्लड प्रेशर की समस्या रहती है, उन्हें गर्मी के मौसम में अपनी सेहत को लेकर सचेत रहने की जरूरत अधिक पड़ती है। दरअसल, पानी का सही मात्रा में सेवन न करने से निर्जलीकरण की समस्या से जूझना पड़ता है। इससे खून गाढ़ा होने लगता है, जिससे रक्त को पंपिंग करने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। इससे हाइ ब्लड प्रेशर का जोखिम और अधिक बढ़ जाता है।

थकान और कमजोरी महसूस होना- पानी के अलावा हेल्दी फूड्स का सेवन न करने और मील स्किप करने से शरीर में विटामिन और मिनरल्स की कमी बढ़ जाती है, जिससे कमजोर महसूस होने लगती है। चक्कर आना, थकान और बेहोशी महसूस होना शरीर में कमजोरी को दर्शाता है। ऐसे में शरीर की ठंडक को बनाये रखना जरूरी है।

Heat Stroke

इन बातों का रखें ध्यान
1- बाहर निकलते समय Heat Stroke से बचने के लिए शरीर को हाइड्रेट रखें।
2- दिन भर में कम से कम दो लीटर पानी का सेवन जरूरी है।
3- नारियल पानी, जूस, लस्सी का भरपूर सेवन करें। संतरे, तरबूज, खरबूज जैसे मौसमी फलों का सेवन करें।
4- सिर को धूप से बचाने के लिए हैट या किसी कपड़े या छाते का इस्तेमाल करें।
5- आंखों को बचाने के लिए चश्मा लगाएं।
6- घर से निकलते समय सनस्क्रीन लोशन लगाएं।
7- त्वचा को धूप से बचाने के लिए पूरी बांह के कपड़े जरूर पहनें।

Jago Pahad Desk

"जागो पहाड" उत्तराखंड वासियों को समाचार के माध्यम से जागरूक करने के लिए चलाई गई एक पहल है।

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