नई दिल्ली: देशभर में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती (14 अप्रैल) को बड़े धूमधाम से मनाया गया। 15 अप्रैल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद भवन परिसर में बाबा साहेब की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि डॉ. अंबेडकर का संविधान में योगदान और सामाजिक न्याय की दिशा में उनका संघर्ष देश के लिए प्रेरणास्रोत है। राष्ट्रपति ने भी अपने संदेश में बाबा साहेब को भारतीय लोकतंत्र का स्तंभ बताया।
दिल्ली, मुंबई, नागपुर और लखनऊ सहित कई शहरों में रैलियों, सेमिनारों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। नागपुर के दीक्षाभूमि में लाखों श्रद्धालु पहुंचे।
सरकारी कार्यालयों में संविधान की प्रस्तावना का वाचन और अंबेडकर जी पर आधारित भाषण प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं।